Kundalini Shaktipat : कुंडलि‍नी शक्तिपात
Kundalini Shaktipaat not Available

कुंडलि‍नी शक्तिपात


यह ब्लॉग मेरा कुंड्लीनी शक्तिपात का इंग्लिश ब्लॉग है उसी का हिन्दी अनुवाद है |
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कुंडलीनी शक्ति हमारी शरीर कि प्राकृतिक शक्ति है जो सभी मनुश्यो में सुषुप्त अवस्था में होती है, इस शक्ति को कई तरह से जग्रुत किया जां सकता है |

आप इसे योग, प्राणायाम, ध्यान, आदि से जग्रुत कर सकते है, इसके अलावा आप गुरु के द्वारा भी इसे जग्रुत कर सकते है. गुरु के द्वारा आप शक्तिपात ले सकते हैं, जिसके द्वारा आप सबसे कम समय में आप कि कुंडलि‍नी शक्ति को जग्रुत कर सकते हैं|

चलिए जानते है कि शक्तिपात के दौरान क्या होता है?

शक्तिपात के दौरान एक गुरु अपनी कुंडलि‍नी शक्ति का थोड़ा अंश अपने शिष्य कि सुषुप्त कुंडलि‍नी के साथ जोड़ देते है, जिससे शिष्यकि कुंडलि‍नी शक्ति जग्रुत हो उठटी है | शक्तिपात जब खत्म होता है ताभा यह गुरु कि शक्तिया वापस ले ली जाती है, और शिष्य फिर अपनी लगान और निष्ठा से गुरु के कहे अनुसार किया गए ध्यान और प्राणायाम से अपनी कुंडलि‍नी के मार्ग पर आगे बढ़ता है |


कुण्डलिनी शक्ति के जग्रुत होने पे क्या होता है?

कुंडलि‍नी शक्ति जब जग्रुत होती है तो हमारी कमर के बीच में से एक साँप जग कर चलने लगा ऐसा अनुभव होता है; यह कोई किताबी कहानी जैसी बात नहीहै बल्कि सच में आप कि कुंडलि‍नी आपको ऐसा अनुभव कर्वयेगि |

               यह कुंडलि‍नी रुपी साँप आपके मूलधरा चक्र को खोल कर आगे बढ़ेगी, तब आपको अपनी बैठक कि जगह पर शक्ति घूम रही हो ऐसा अनुभव होगा | जब मूलाधार चक्र खुल जाए तब आप आसानी से दुसरे चक्र खुलने का अनुभव करंगे | कुण्डलिनी शक्ति आपके शरीर में रही खामियाँ, कमियाँ, कम्ज़ोरया, को हटा देगी और अच्छा स्वास्थय प्रदान करेगी |

              हम कई बार हमारी भवनओ को दबा देते है, जिसकी वजह से हमारे शरीर में वे कही दाब जाती है और उस जगह में शक्ति का भ्रमण कम कर देती है | जिस जगह शक्ति का भ्रमण कम हो जाता है वहाँ पे अप्नेआप खून बे कम जाने लगता है | और फिर उस जगह पे शरीर में बीमारी या कमजोरी पैदा हो जाती है |

              कुंडलीनी आपकी यहा सारी खमिया हटा देगी | और सारे चक्र को संतुलित कर देगी | जब सारे चक्र संतुलन में होते है, तब हमारा जीवन सुख्मयी होता है | कुंडलिनी एक बार जग्रुत हो जाती है तो हमारे शरीर के चक्रों को नियंत्रण में रखती है और इस वजह से आपकी जिंदगी श्रिश्ति कि लय से लय मिलनी लगती है |


                  कुंडलीनी शक्ति  जब आपके शरीर को पूरी तरह से साफ़ कर देती है तब आपके शरीर में हर तरफ़ फैल सकती है, आपके शरीर में जब कुंदलिनी पूरी तरह से फैल चुकी होती है तब आपका ऊर्जामय शरीर कुछ ऐसा दिखता है |

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कुंडलीनी शक्तिपात में भाग लेने के नियम-

- आपको पहले आपकी तसवीर भेजनी पड़ेगी, जिसे देख् कर में निर्णय लूँगी के आप शक्तिपात में भाग ले सकते है के नही |
- अगर आप चुन लिए गए तो आपको एक छोटी सी रकम शक्तिपत कि fees की पहले ही जमा करवानी पड़ेगी | तभी आपका दाखिला पक्का होगा |
- जो लोग इस प्रोग्राम को distance mode से करना चाहते है, उनको दी गयी तारीख से पहले ही अपनी पूरी fees जमा करवा देनी पडेगी |
- आप इस प्रोग्राम को घर बैठे-बैठे भी कर सकते है, सभी 7 दिनों के लिए | या फिर पहला दिन आप मेरा जो प्रोग्राम होता है, वलसाड़ में  attend कर सकते है,
 बाकी के 6 दिन distance से शक्तिपात मिलेगा |

- अगर आप वलसाड़ आते है प्रोग्राम के लिए, तो समय होगा 1 से 6 बजे तक; जिसमे खाना नही दिया जयेगा |

- इस शक्तिपात में भाग लेने कि फीस है- रु. 1500/- अगर आप पहली बार इसमें भाग ले रहे हो तो; और अगर आप दोबारा भाद लेना चाहे तो आपको सिर्फ रु.500/- ही देने होंगे |


- आपको पूरे एक साल तक फ्री ए-मेल द्वरा मदद कि जयेगी |
  
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1 comment:

  1. Are you Shaktipat trader. You are doing business.
    In fact you dont know any thing. You are a cheat.

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